चिट्ठाकार पर देबाशीष जी ने एक कड़ी देकर इस समाचार की ओर ध्यान आकर्षित कराया है. समाचार इस बात पर केंद्रित है कि हिंदी की स्थिति क्या है? संदर्भ हैं हिंदी फिल्मों के जाने-माने समीक्षक अजय ब्रह्मात्मज द्वारा अपना ब्लॉग रोमन भाषा में लिखा जाना. मैं यहां ब्रह्मात्मज पर टिप्पणी नहीं कर रहा हूं बल्कि हिंदी के बारे में कुछ कहना चाहता हूं.
संजय का कार्य सब कुछ देखना और उन्हें सुनाना है जो नहीं देख पाए. संजय ने तब भी यही किया था, अब भी यही कर रहा है.
ब्रह्मात्मज लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
ब्रह्मात्मज लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
चिट्ठे का नया प्रकाशन स्थल
संजय उवाच को मैने अपने जालस्थल पर स्थानांतरित कर दिया है. नया पता यह है.... Sanjay Uvach http://www.sanjayuvach.com
-
चिट्ठाकार पर देबाशीष जी ने एक कड़ी देकर इस समाचार की ओर ध्यान आकर्षित कराया है. समाचार इस बात पर केंद्रित है कि हिंदी की स्थिति क्या ह...
-
उड़ीसा का ऐसी आगजनी से पुराना नाता है. ईसा मसीह के जन्मदिन पर कंधमाल में चर्चों पर हमले कर आग लगा दी गई. कुछ साल पहले ऐसी ही एक आग में ग्रा...
-
इंटरनैट पर हिंदी को भले ही आज प्रथम दस भाषाओं में शुमार नहीं किया जा रहा हो लेकिन सच यह है कि इंटरनैट पर हिंदी के चिट्ठों की दुनिया का दिन द...